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| हरियाणा मे रोडवेज कर्मचारी 26 मार्च को दो घंटे का चक्का जाम रखेंगे । |
हरियाणा मे रोडवेज कर्मचारी निजीकरण, बेरोजगारी, महंगाई और तीन कृषि कानूनों के विरोध को आधार बनाते हुए 26 मार्च को दो घंटे का विरोध प्रदर्शन करने का समाचार हे। आल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के आह्वान पर यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है, इसमे रोडवेज करामचरि भी भाग ले रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक किया जाएगा। समाचारों के अनुसार, 26 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा ने भी भारत बंद का आह्वान किया है।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी 26 मार्च को यह दो घंटे का विरोध प्रदर्शन निजीकरण महंगाई व कृषि कानूनों के विरोध में करेंगे। आल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के आयोजन पर यह विरोध प्रदर्शन किया जाने का समाचार हे । 26 मार्च को किसानों ने भारत बंद का आह्वान भी किया है।
- रोडवेज कर्मचारी सभी डिपो पर दो घंटे विरोध मे चक्का जाम रखेंगे।
- निजीकरण महंगाई के विरोध में विरोध प्रदर्शन।
- 26 मार्च को कृषि कानूनों के विरोध में किसान भी प्रदर्शन करेंगे।
रोडवेज कर्मचारी सभी डिपो पर दो घंटे विरोध मे चक्का जाम रखेंगे।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों में इस बात को लेकर भी असहमति है कि निजी बसों से एकमुश्त शुल्क लेकर पूरे देश के सभी रूटों पर उन्हें परमिट जारी किए जा रहे हैं। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने इस प्रदर्शन का आयोजन किया है। 26 मार्च के दिन हरियाणा के सभी डिपो मे रोडवेज के कर्मचारी 2 घंटे के चक्का जाम रखेंगे। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष इंद्र सिंह बधाना, प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पूनिया, वरिष्ठ उप प्रधान नरेंद्र दिनौद और उप महासचिव बलबीर जाखड़ ने पत्रकारों को बताया कि पेट्रोल व डीजल की कीमतों मे वृद्धि का परिवहन सेवाओं समेत सभी ज़रूरी सेवाओं पर भारी असर पड़ रहा है।
निजीकरण महंगाई के विरोध में विरोध प्रदर्शन।
हरियाणा मे केंद्र सरकार एक अप्रैल से "वन नेशन वन परमिट" प्रणाली लागू करने का समाचार हे इस कारण निजी क्षेत्र में परमिट देने से हरियाणा रोडवेज ओर सभी देश भर का सरकारी परिवहन क्षेत्र हानी होने के संभावना हे। मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन 2020 के सभी प्रविधानों को लागू किए जाने की भी सूचना है। इसके कारण सरकारी परिवहन सेवा के निजीकरण का रास्ता साफ़ होता दिखाई देता हे । रोडवेज कर्मचारियों ने परिवहन विभाग में 1000 चालकों की अतिरिक्त नियुक्ति करने का निर्णय वापस लेने की मांग करते हुए रोडवेज के बेड़े में नई सरकारी बसें शामिल करने का सुझाव दिया है।
26 मार्च को कृषि कानूनों के विरोध में किसान भी प्रदर्शन करेंगे।
हरियाणा रोडवेज के कर्मचरियों के 2 घंटे के विरोध प्रदर्शन के दिन यानि 26 मार्च को किसान संगठनो ने भारत बंद का आवाहन किया हे, इसी बंद का समर्थन ओर अपनी मांगो पर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए रोडवेज कर्मचारियों ने इस बंद का आयोजन किया हे । अब इस बंद ओर प्रदर्शन का कितना प्रभाव होगा यह 26 मार्च को ही पता चलेगा। अभी तक के तो यही समाचार हे ।

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