हिमाचल में माता श्री ज्वालामुखी शक्तिपीठ मंदिर में कार्यरत दो गेर हिन्दू करामचरियों को स्थानांतरित किया।

हिमाचल में माता श्री ज्वालामुखी शक्तिपीठ मंदिर में कार्यरत दो गेर हिन्दू करामचरियों को स्थानांतरित किया।
माता श्री ज्वालामुखी शक्तिपीठ मंदिर

हिमाचल प्रदेश में अब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मंदिरों में गैर हिंदुओं के प्रवेश को लेकर जारी विवाद की आंच पहुँच गई है। कांगड़ा जिले में स्थित शक्तिपीठ ज्वालामुखी में तैनात रहे दो गेर हिंदू करमचारी की नियुक्ति के विरुद्ध हुए प्रदर्शन के बाद डी सी कांगड़ा ने दोनों को स्थानांतरित कर दिया है, लेकिन रविवार को वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के एक ट्वीट के बाद सोशल मीडिया में प्रदेश की जयराम सरकार का ध्यान आकर्षित कराया । श्री सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर गैर हिंदुओं की नियुक्ति पर अपनी ही भा जा पा सरकार को भविष्य मे इस प्रकार की नियुक्ति न करने के सलाह दी । 

हिमाचल प्रदेश के बारे मे वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने माता श्री शक्तिपीठ ज्वालामुखी में तैनात रहे दो गेर हिंदू करामचरियों के बारे मे ट्वीट किया ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया, राज्य सरकार ने तुरंत एक्शन लिया हे ओर अब इन गेर हिन्दु करामचरियों को स्थानांतरित किया गया हे। 

  • पिछली कांग्रेस सरकार के समय इन दोनों युवकों को नौकरी पर रक्खा गया था।
  • रेस्ट हाउस में सेवा देने से लंगर सेवादार के रूप में केसे नियुक्त किया । 
  • कर्मचारियों को स्थानांतरण कर जिलाधीश कार्यालय धर्मशाला भेज दिया हे।

पिछली कांग्रेस सरकार के समय इन दोनों युवकों को नौकरी पर रक्खा गया था। 

हिमाचल प्रदेश के बारे मे श्री सुब्रमण्यम स्वामी के इस ट्वीट के बाद हजारों की संख्या में लोगों ने ट्वीट कर इस नियुक्ति को लेकर विरोध जताया। डीसी कांगड़ा श्री राकेश प्रजापति ने पत्रकारों से भेंटवार्ता मे जानकारी दी कि पिछली कांग्रेस सरकार के समय इन दोनों युवकों को नौकरी पर रक्खा गया था। इनकी नियुक्ति रेस्ट हाउस में सेवा देने के लिए की गई थी। दोनों की जानकारी सामने आने के बाद मंदिर परिसर से बहुत दूर स्थानांतरित कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग यह प्रशन पूछ रहे हैं कि आख़िर कैसे और क्यों मंदिर में उन्हें नौकरी दी गई थी।

रेस्ट हाउस में सेवा देने से लंगर सेवादार के रूप में केसे नियुक्त किया । 

हिमाचल प्रदेश मे इन दो कर्मचारियों की नियुक्ति पर कुछ दिन पहले हिमगिरि हिंदू महासभा ने प्रशासन के समक्ष विरोध भी जताया था। एक रेली द्वारा विरोध मे प्रशासन से प्रशन किए थे की कांग्रेस के शासनकाल में इन दो कर्मचारियों को वर्ष 2017 मे रेस्ट हाउस में सेवा देने से लंगर सेवादार के रूप में केसे अस्थायी नियुक्ति मिली थी। क्योंकि कुछ माह पहले इन दोनों गैर हिंदू धर्म के कर्मचारियों का सरकार ने नियमितीकरण किया है।

कर्मचारियों को स्थानांतरण कर जिलाधीश कार्यालय धर्मशाला भेज दिया हे।

हिमाचल प्रदेश मे हिंदू संगठनों के विरोध के बाद ज़िला प्रशासन के निर्देश पर मंदिर अधिकारी तहसीलदार श्री निर्मल सिंह ने तत्काल कार्यवाही करते हुए इन दो गैर हिंदू धर्म के कर्मचारियों को मंदिर न्यास ज्वालामुखी से करीब तीन दिन पहले स्थानांतरण कर जिलाधीश कार्यालय धर्मशाला भेज दिया हे।

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