सिन्ध मे पत्रकार अजय ललवानी की निर्मम हत्या ।

सिन्ध मे पत्रकार अजय ललवानी की निर्मम हत्या ।
पत्रकार अजय ललवानी 

सिन्ध देश पर 1947 से ही पाकिस्तान द्वारा पहले जबरन कब्जा ओर उसके बाद अल्पसंख्यको पर अत्याचार सीमा से बाहर हे, विषव मानव अधिकार संगठन ने कभी भी इस देश की सुध नहीं ली। जो भी अल्पसंख्यक अमीर हो जाए उसे दिन दिहाड़े लूट लिया जाता हे ओर जो पढ़ा लिखा सिन्ध देश के बारे मे विश्व को सूचित करे उसकी निर्मम हत्या की जाती हे। विशेष समाचार यह हे की अब लेखकों ओर पत्रकारो की निर्मम हत्या शुरू कर दी हे इसके पीछे पाकिस्तान की रणनिती हे। सिन्ध देश के बारे मे सच्चाई को छुपाने ओर विषव को पथभ्रष्ठ करने की कोशिश की जा रही हे । 

सिंध प्रांत के पत्रकार अजय ललवानी एक नाई की दुकान पर बाल कटवा रहे थे। 31 वर्ष के इस हिन्दू पत्रकार की अज्ञात बंदूक धारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह समाचार शनिवार शाम को मीडिया के समाचारो मे दिया गया। समाचारों के अनुसार अजय लालवानी एक स्थानीय टेलीविजन समाचार चैनल और उर्दू भाषा के समाचार पत्र  ‘डेली पुचानो’ में रिपोर्टर कार्यरत थे। गुरुवार बंदूक धारियों के हमले मे उनके पेट पर,  बाज़ू पर और घुटने में गोली लगने से उनकी मृत्यू हो गई हे। 

  • बंदूक धारियों ने सीधे ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
  • पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने प्रदर्शन किया । 

बंदूक धारियों ने सीधे ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं।

सिन्ध प्रांत के यह युवा पत्रकार सुक्कुर शहर में नाई की दुकान में बैठे थे ओर अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे थे , तभी दो मोटरसाइकिल ओर एक कार में सवार बंदूक धारियों ने सीधे ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पत्रकार लालवानी को नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। समाचारों के अनुसार,  उनके पिता दिलीप कुमार ने बयान दिया हे कि उनके परिवार की किसी से शत्रुता नहीं थी और पुलिस का बयान हे की उनकी किसी के साथ निजी शत्रुता थी इसी कारण उनकी हत्या हुई। 

पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने प्रदर्शन किया । 

सिन्ध पुलिस ने शुक्रवार को तीन अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध FIR दर्ज की और जांच शुरू कर दी हे। इस निर्मम हत्या की निंदा जताते हुए पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अल्पसंख्यक हिंदू सदस्य श्री लालचंद मल्ही ने बयान दिया हे कि यह ‘‘गंभीर चिंता करने का विषय’’ है। पाकिस्तान के कुछ पत्रकार समूह ने स्वर्गीय पत्रकार अजय लालवानी की हत्या के विरुद्ध प्रदर्शन भी किया और उनके अंतिम संस्कार के एक मोर्चे का भी आयोजन हुआ। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ