आप हम सब जब बाहर घूमने जाते तो देखते हे की कुछ कुत्ते रास्ते मे सोए पड़े मिलते हे, अधिकांश लोगो का विचार हे की यह पूरी रात जागते रहते हे रखवाली करते हे ओर दिन मे जहां तहां सो जाते हे । यह जीव की प्राकृतक रचना हे ओर कुत्तों की भी रचना हे की वह पालतू हो या गली का आम कुत्ता रात को भोंकते हे ओर रखवाली करते हे । परन्तु दिन मे इधर उधर पड़े पड़े सोना तो ठीक हे बीच रास्ते मे कुत्ते के सोने का अर्थ कुछ ओर हे, कहानी पड़ने के बाद आप समझ जाएगे की कोई कुत्ता रास्ते के बीचों बीच क्यो सोता हे ।
गाय कुत्ते से बच कर निकली ओर गधे ने कुत्ते को लात मारी ?
एक कुत्ता रास्ते के बीचों बीच सोया हुआ था, तभी रास्ते पर चलता हुआ एक गधा आया ओर कुत्ते को देखकर गधे ने उसको छेड़ा लात मारी, कुछ देर कुत्ता गधे के छेड़ने के कारण भोंकता रहा जब गधा कुछ दूर चला गया तो वह फिर रास्ते के बीचों बीच सो गया । थोड़ी देर के बाद उसी रास्ते पर चलते चलते के गाय आई वह चुप चाप कुत्ते से बचती हुई बगेर कुत्ते को छेड़े हुए वहाँ से बचती बचती निकाल गई ।
कुत्ते केसे भले ओर बुरे की पहचान करते हे ।
कुछ समय के बाद उसी रास्ते से सकूल के कुछ विद्यार्थी निकले ओर रास्ते के बीचों बीच कुत्ते को लेटे देख उससे पूछा । कुत्ते कुत्ते तुम रास्ते के बीचों बीच क्यो लेटे हो ? कुत्ते ने उत्तर दिया “ भले ओर बुरे की पहचान करने ले लिए ” । सकूल के विद्यार्थीयों ने फिर उस कुत्ते से पूछा की वह केसे ? कुत्ते ने उत्तर दिया की मे रोज़ ही दिन मे यहाँ रास्ते के बीचों बीच लेट जाता हूँ ओर यहाँ से आने जाने वालों को पहचानता हूँ की कोन इनमे से भला हे ओर कोन बुरा । जो भला होता हे वह मुझ से बच कर चलता हे, मुझे छेड़े बगेर चुप चाप दूर दूर से ही निकाल जाता हे, ओर जो बुरा होता हे वह मुझे छेड़ता हे मारता हे मुझे तंग करता हे । यह हे कुत्ते का भले ओर बुरे पहचानने का तरीका, इसी लिए कुछ कुत्ते सड़क के बीचों बीच सोये होते हे । हमे लगता हे की यह एसे ही लेटा हे परन्तु याद रहे वह भले ओर बुरे की पहचान कर रहा होता हे ।
रास्ते के बीचों बीच लेटे हुए कुत्ते को न छेड़े ।
अब एक विशेष बात आपने देखि होगी की कुछ लोगो को या जानवरो को देखते ही कुत्ते बहुत भोकते हे, एसा लगता हे इन का कुत्तों के साथ कोई पिछले जन्म की दुश्मनी हे । इस कहानी पड़ने के बाद आप समझ गए होगे की जिस ने भी रास्ते मे लेते हुए कुत्ते को छेड़ा हो यह उसी का परिणाम हे, लेते हुए कुत्ते को जिस ने भी छेड़ा वह जब जब कुत्ते के आस पास दिखाई देगा कुत्ता उसपर भोंकेगा । कुत्तों मे सूघने की शक्ति होती हे जिसने उसको छेड़ा होगा जब भी उसकी (खुशबू) सुगंध कुत्ते को आएगी वह भोंकेगा । आप जब भी किसी दूसरे गली मुहल्ले मे जाते हे तो यह कहानी याद रक्खे, रास्तो मे लेटे हुए कुत्तों को न छेड़े यदि छेड़ दिया तो आप जब जब उस गली मुहल्ले से निकलेगे तो कुत्ते भोंकेंगे ।

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