हमलों मे सरकारी अधिकारियों, नागरिक संस्थाओं के नेताओं और पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा था। इन हमलों के प्रतिउत्तर मे सुरक्षाबलों ने देश के पर्वतीय क्षेत्र में आतंकियों पर कड़ी कार्यवाही की जिसके चलते इन उग्रवादियों ने यह आत्मसमर्पण किया।
- कुनार प्रांत की राजधानी असदाबाद मे किया गया आत्मसमर्पण ।
- सुरक्षा बालों ने की थी कड़ी कार्यवाही ।
- अमरीकी सैनिकों की वापसी के बारे मे मई माह मे विचार किया जाएगा ।
- 2001 से अब तक 2, 400 अमरीकी सैनिक मारे जा चुके हे ।
कुनार प्रांत की राजधानी असदाबाद मे किया गया आत्मसमर्पण ।
अफगानिस्तान मे असदाबाद के कुनर क्षेत्र में पिछले दिनो मे एक साथ 25 उग्रवादियों ने सरकारी अधिकारियों के आगे आत्मसमर्पण कर दिया। पत्रकार वार्ता मे कुनर प्रांत के गवर्नर मोहम्मद इकबाल सैयद द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 'तालिबान के 20 और इस्लामिक स्टेट (ISIS) के 5 उग्रवादियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी) के प्रांतीय निदेशालय में आत्मसमर्पण कर दिया।' कुनार प्रांत की राजधानी असदाबाद में हुए एक आत्मसमर्पण समारोह में इन 25 उग्रवादियों ने अपने हथियार डाल दिए। समारोह मे आत्मसमर्पण करने वाले इन उग्रवादियों को आत्मसमर्पण करने के बाद गले मे फूल माला डाली गई ।
सुरक्षा बालों ने की थी कड़ी कार्यवाही ।
अफगानिस्तान से प्राप्त समाचारो के अनुसार, इस देश के पर्वतीय क्षेत्र में उग्रवादियों पर अफगान सुरक्षाबलों द्वारा बनाए गए सैन्य दबाव के कारण ऐसा संभव हुआ हे। समाचारों के अनुसार पिछले ही माह अमेरिका के एक निगरानी समूह जो उग्रवादियों की हरकतों पर नज़र रखता हे ने कुछ दिन पहले अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के हमले बढ़ गए थे, इन हमलों मे सरकारी अधिकारियों, नागरिक संस्थाओं के नेताओं और पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा था। इन हमलों के प्रतिउत्तर सुरक्षाबलों ने देश के पर्वतीय क्षेत्र में आतंकियों पर कड़ी कार्यवाही की जिसके चलते इन उग्रवादियों ने यह आत्मसमर्पण किया।
अमरीकी सैनिकों की वापसी के बारे मे मई माह मे विचार किया जाएगा ।
अफगानिस्तान के बारे मे अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने कहा है कि बाइडेन प्रशासन वर्तमान में अफगानिस्तान पर अपनी नीति की समीक्षा कर रहा है और युद्धग्रस्त देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी पर अभी कोई फ़ैसला नहीं किया गया है। पिछले साल तालिबान और अमेरिका के बीच हुए समझौते के अनुसार अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए एक मई की समय सीमा निर्धारित की गई थी। संसद में विदेश मामलों की समिति की बेठक के बीच विदेश मंत्री अमेरिका ब्लिंकन ने कहा, 'एक मई तक पहले सैनिकों की वापसी को लेकर हुई यजना के अनुसार अभी कोई फ़ैसला नहीं किया गया है, परन्तु हम इसकी समीक्षा पर कार्य पर लगे हुए हैं। दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता का प्रयास किया जा रहा है और अफगानिस्तान में पूर्ण शांति के लिए समझौता किया जाएगा।'
2001 से अब तक 2, 400 अमरीकी सैनिक मारे जा चुके हे ।
अफगानिस्तान पर ब्लिंकेन ने कहा, 'हम सभी पक्षों से बात जारी रक्खी हैं। हम संयुक्त राष्ट्र से भी बात कर रहे हैं ताकि उद्देश्यपूर्ण समाधान निकले।' अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत जलमय खलीलजाद ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से पिछले दिनो बात की थी और दोनों ने अफगानिस्तान शांति वार्ता पर यह घट रहे घटनाक्रम पर विस्तार से चर्चा की थी । राष्ट्रपति अमरीका बाइडन के प्रशासन ने भूत पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेशों द्वारा फरवरी 2020 वर्ष में तालिबान के मध्य कतर के दोहा में किए गए एग्रीमंट की समीक्षा करने का फ़ैसला लिया है। इस समझौते के अनुसार अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान से वापस बुलाया जाएगा। वर्ष 2001 के बाद से अफगानिस्तान में अमेरिका के 2, 400 से ज़्यादा सैनिक मारे गये हैं।

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