जम्मू कश्मीर राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम ओर ठीक होने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही हे, अधिकांश नागरिक संक्रामण से ठीक होकर घर लोट रहे हे।

जम्मू कश्मीर राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम ओर ठीक होने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही हे, अधिकांश नागरिक संक्रामण से ठीक होकर घर लोट रहे हे।
जम्मू कश्मीर राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम ओर ठीक होने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही हे, अधिकांश नागरिक संक्रामण से ठीक होकर घर लोट रहे हे।


जम्मू कश्मीर से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार पिछले 24 घंटों में 3969 नए कोरोना संक्रमित नागरिक पाये गए हें जिनमे से जम्मू संभाग से 1375 मामले ओर कश्मीर संभाग से 2594 हे। अच्छा ओर राहत देने वाला जम्मू कश्मीर का समाचार ये हे की 4338 मरीज कोरोना संक्रमण से ठीक होकर घर लोटे हे, जिनमे से जम्मू संभाग से 2953 ओर कश्मीर संभाग से 1385 हे। इस महामारी के कारण पिछले 24 घंटों में करीब 62 लोगों की मृत्यू हो गई जिनमे से जम्मू संभाग से 39 ओर कश्मीर संभाग से 23 हे। अभी तक के समाचारो के अनुसार अब पूरे जम्मू कश्मीर प्रदेश में केवल 50494 कोरोना संक्रमित रोगी हे।

जम्मू कश्मीर में अब स्वस्थ होने वाले संक्रमित रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यदि हम अभी तक संक्रामण से ठीक होने वाले नागरिकों की संख्या देखे तो यह करीब अब तक 2 लाख, 02 हज़ार, 039 हैं। वहीं एक दिन में स्वस्थ होने वाले संक्रमित नागरिकों की संख्या भी सबसे अधिक है। जम्मू कश्मीर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इतनी संख्या में रोगियों के स्वस्थ होना ओर संख्या प्रतिदिन बढ़ना एक अच्दा संकेत हैं। राज्य में प्रतिदिन रोगी अच्छी ख़ासी संख्या में स्वस्थ हो रहे हैं।

  • पहली लहर का संक्रमित रोगी आस-पास के कुछ लोगों को प्रभावित करता था अब दूसरी लहर संक्रमित रोगी आस-पास के सभी लोगों को संक्रमित कर रहा हे।
  • संक्रमित नागरिकों को आत्मबल बढ़ाने की आवश्यकता।
  • संक्रमित रोगियों के लिए बचाव के निर्देश।
  • तीसरी लहर से बचने का उपाय डबल सर्जिकल मास्क या N-95 मास्क ओर टीकाकरण हे।
  • राज्य प्रशासन संक्रामण द्वारा मृत्यू होने वाले नागरिकों की संख्या कम करने के लिए प्रयास कर रहा हे।

पहली लहर का संक्रमित रोगी आस-पास के कुछ लोगों को प्रभावित करता था अब दूसरी लहर संक्रमित रोगी आस-पास के सभी लोगों को संक्रमित कर रहा हे।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ हरदीप सिंह ने बुधवार को जानकारी दी कि कोरोना संक्रामण की यह दूसरी लहर अत्यधिक संक्रामक है और यह संक्रमित व्यक्तियों से दूसरों व्यक्तियों में बड़ी तेज गति से फैलता है। जम्मू कश्मीर मे पहली और दूसरी लहर के बीच तुलना करते हुए, डॉ सिंह ने बताया कि पहली लहर के समय यह पाया गया था कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति अपने आस-पास के केवल कुछ लोगों को ही संक्रमित कर करता था, परंतु अब की बार संक्रमित व्यक्ति अपने आस-पास के लगभग सभी लोगों को प्रभावित कर रहा है, जो जम्मू कश्मीर राज्य के लिए एक बहुत बड़ी चिंता का कारण बन रहा है।

संक्रमित नागरिकों को आत्मबल बढ़ाने की आवश्यकता।

प्रोफेसर डॉ हरदीप सिंह ने संक्रमित जम्मू कश्मीर मे नागरिकों के लिए जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया की संक्रमित नागरिकों को अधिक चिंता नहीं करनी चाहिए वह केवल संक्रमित हे इलाज़ के बाद ठीक हो जाएंगे। जम्मू कश्मीर राज्य में अधिकांश नागरिक ठीक हो रहे हे। चिंता करने से घबराने से या फिर डरने के कारण आत्मबल कम हो जाता हे ओर बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती हे ओर इस कारण संक्रमण अधिक बढ़ता हे ओर आशावादी होने जेसे में ठीक हो जाऊंगा ओर लोग भी तो ठीक हुए हे, खुश रहे कुछ व्यायाम भी शुरू करे यह मान के चले की अपने शरीर को स्वस्थ रखना हे इससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती ओर संक्रमण पर काबू पा लिया जाता हे।

संक्रमित रोगियों के लिए बचाव के निर्देश।

जम्मू कश्मीर मे कोरोना संक्रामण के प्रसार को रोकने के लिए संक्रमित व्यक्ति अपने परिवार के बाक़ी लोगों से ख़ुद को अलग करे परिवार ही नहीं आस-पास को लोगों से भी न मिले। यदि कुछ भी लक्षण (दिखाई) देते विकसित होते हे तो तुरंत जम्मू कश्मीर की हेल्पलाइन के माध्यम से फ़ोन पर डॉक्टर से परामर्श लें, इससे इस संक्रामण को पहचानने में सहायता मिलेगी क्योंकि इस समाय ओर भी मोसमी संक्रमण चल रहे हें जो सभी डॉक्टर जानते हे ओर इस पर नियंत्रण पाया जाएगा। यदि अभिक तकलीफ सीतिथि असहाय हे सप्ताह से अधिक हो गया हो तो " उन्हें तुरंत अपना संक्रामण की जांच करवानी चाहिए, और यदि यह रोगसूचक होने के बावजूद (नागेटिव) नकारात्मक हो जाता है, तो उन्हें जम्मू कश्मीर के राज्य (RT–PCR) आर टी-पी-सी आर परीक्षण के लिए जाना चाहिए। परिणाम आने तक, उन्हें डॉक्टरों दी गई दवा लेनी चाहिए, हर छह घंटे के बाद तापमान की जांच करनी चाहिए।

जम्मू कश्मीर राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम ओर ठीक होने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही हे, अधिकांश नागरिक संक्रामण से ठीक होकर घर लोट रहे हे।

तीसरी लहर से बचने का उपाय डबल सर्जिकल मास्क या N-95 मास्क ओर टीकाकरण हे।

जम्मू कश्मीर राज्य में सभी नागरिकों को " डबल सर्जिकल मास्क या N-95 मास्क पहनना कोरोना वायरस के संक्रामण से बचाव करेगा ओर साथ ही साथ इसको फेलने से भी को रोकने के लिए अधिक प्रभावी होगा। इसके अतिरिक्त (फेस शील्ड) चेहरे के ऊपर उपयोग करने से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से आंखों को भी इस वायरस संकरमंत को रोकने के लिए भी महत्त्वपूर्ण होगा। डॉ. सिंह ने बताया कि इस संक्रामण की महामारी से बचने के लिए जम्मू कश्मीर मे अंतिम ओर प्रभावी उपाय टीकाकरण है। 18 वर्ष ओर इस से अधिक आयू के सभी नागरिकों का टीकाकरण के अंतर्गत जब भी सुविधा हो टीका लगवाना चाहिए। तीसरी लहर से यदि नागरिकों को बचना हे तो यह सब करना होगा। ठीक होने वाले जम्मू कश्मीर के नागरिक या टीका लगा चुके नागरिकों को पहले की तरहा अपना बचाव याद रखना होगा अन्यथा ये वायरस का संक्रामण फिर से शरीर अलग रूप में प्रवेश सकता है जिसके अधिक खतरनाक परिणाम हो सकते हैं। 

राज्य प्रशासन संक्रामण द्वारा मृत्यू होने वाले नागरिकों की संख्या कम करने के लिए प्रयास कर रहा हे।

मंगलवार को जम्मू कश्मीर से प्राप्त आंकड़ो को यदि देखें तो इस वर्ष अब तक कश्मीर डिवीजन में करीब 1761 तथा जम्मू डिवीजन में 1 हज़ार 532 लोगों की मृत्यू हो गई है। पूरे जम्मू कश्मीर राज्य में अभी तक कोरोना संक्रामण के कारण 3 हज़ार 293 की मृत्यू हो चुकी है। समाचारों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को करीब 71 मृत्यू के मामले प्राप्त हुए है। जोकि सोमवार की संख्या से 2 मामले कम है। सोमवार को करीब 73 नागरिकों की मृत्यू हुई थी, जोकि अब तक का इस संक्रामण से मृत्यू होने का सबसे बड़ा आंकडा बना था। जम्मू कश्मीर प्रशासन के द्वारा हर संभव बचाव के प्रयास किए जा है। जिसमें की हर प्रकार से संक्रामण द्वारा मृत्यू होने वालों की संख्या को कम किया जा सके। इस समय प्रदेश में लाकडाउन चल रहा है। पुलिस की तरफ़ से सख्ती की जा रही है।

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