हिमाचल प्रदेश समाचार कोरोना संक्रामण कम हुआ, दवा बनाने में सब से आगे ओर देश का पहला राज्य जहाँ दवा का एक भी टीका ज़ाया नहीं हुआ।

 
हिमाचल प्रदेश समाचार कोरोना संक्रामण कम हुआ, दवा बनाने में सब से आगे ओर देश का पहला राज्य जहाँ दवा का एक भी टीका ज़ाया नहीं हुआ।
हिमाचल प्रदेश राजधानी शिमला 

                                                       

हिमाचल प्रदेश से भी अब राहत भरे समाचार आना शुरू हो गए है। कोरोना से कोरोना संक्रामण से ठीक होने वाले नागरिकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही हे। राज्य हिमाचल का रिकवरी रेट अब करीब 82 प्रतिशत (यदि संक्रामण द्वारा 100 रोगी हो गए हों ओर उनमेसी 82 लोग ठीक हो रहे) है। प्रतिदिन अब संक्रमित होते नागरिकों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। शनिवार को हिमाचल का संक्रमित नागरिकों रेट 17.3 प्रतिशत रहा है, यदि हम दो दिन पहले की बात करें तो दो दिन पहले यह 28 प्रतिशत था। शनिवार को 5000 से भी अधिक रोगी संक्रमण से ठीक हुए हैं। इसके अतिरिक्त 2 हज़ार 341 नए प्रकरण सामने आए हैं। हिमाचल राज्य का डेथ रेट अभी भी 1.51 पर है। शनिवार को हिमाचल में कोरोना संक्रमण द्वारा 55 लोगों की मृत्यू हुई है।

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर व स्वास्थ्य मंत्री के दिशा-निर्देशों के अनुरूप राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह की अगवाई में कई नोडल अधिकारी लगातार आवश्यक दवाओं व ऑक्सीजन के उत्पादन व आपूर्ति पर निगरानी रखे हुए हैं। इसके-इसके अतिरिक्त ब्लैक फंगस के इलाज़ में इस्तेमाल की जा रही दवाओं की भी देश के सबसे बड़े फार्मा हब बीबीएन में उत्पादन शुरू हो गया है। सरकार के ऑक्सीजन उत्पादन के लिए उठाए गए आवश्यक कदमों के परिणाम स्वरूप आज प्रदेश के सीमावर्ती पाँच राज्यों को ऑक्सीजन की भी आपूर्ति प्रदान कर रहे हैं।

  • दवा बनाने में हिमाचल राज्य सब से आगे।
  • पूरे देश में बिकने वाली हर तीसरी दावा हिमाचल प्रदेश द्वारा निर्मित हे।
  • दवाएँ तथा इंजेक्शन का भारी मात्र हिमाचल प्रदेश में उत्पादन।
  • हिमाचल प्रदेश पहला राज्य जहाँ दवा की एक बूद भी ज़ाया नहीं हुई ।
  • बाकी राज्यो की तरहा ही संक्रामण द्वारा मृत्यू की संख्या बरकरार।
  • होम आइसोलेशन किट प्रदान किए गए । 

द्वा बनाने में हिमाचल राज्य सब से आगे।

वैश्विक महामारी कोरोना संक्रामण द्वारा उत्पन्न संकट के इस समय काल में हिमाचल का दवाई बनाने वाला उद्योग फार्मा देश व प्रदेश की दवा आवश्यकताओं को प्राथमिकता से पूरा कर रहा है, ओर इसके साथ हे कोरोना संक्रमण के उपचार से सम्बंधित ज़रूरी दवाओं को बनाने में अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है। इस समाय में ज़िला सोलन, ज़िला सिरमौर तथा ज़िला कांगड़ा सहित अन्य जिलों में स्थापित करीब 700 से भी अधिक दवा बनाने वाली इकाइयाँ वार्षिक 40 हज़ार करोड़ से भी अधिक का उत्पादन कर रही हैं।                       

हिमाचल प्रदेश समाचार कोरोना संक्रामण कम हुआ, दवा बनाने में सब से आगे ओर देश का पहला राज्य जहाँ दवा का एक भी टीका ज़ाया नहीं हुआ।
हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर 

पूरे देश में बिकने वाली हर तीसरी दावा हिमाचल प्रदेश द्वारा निर्मित हे।

आप सब की जानकारी के लिए लिख रहे हे कि पूरे देश में-में बिकने वाली हर तीसरी दवा का निर्माण हिमाचल प्रदेश के फार्मा उद्योगों में हुआ है। इसके अतिरिक्त वार्षिक 15 हज़ार करोड़ से अधिक की दवाओं का निर्यात किया जा रहा है। अब जबकी कोरोना संक्रामण महामारी के इस समय से सम्बंधित दवाओं की मांग बढ़ी हे, तो हिमाचल के दवा बनाने वाले उद्योगों ने इस चुनौती को सहर्ष निभाया हे और दिन-रात जीवन रक्षक दवाओं का उत्पादन कर देश-विदेश में आपूर्ति सुनिश्चित की। समाचारों के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र बी-बी एन सहित हिमाचल प्रदेश के दवा उत्पादन से जुड़ी स्वदेशी व बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ ज़रूरी दवाओं का भरपूर उत्पादन कर रही हैं।

दवाएँ तथा इंजेक्शन का भारी मात्र में हिमाचल प्रदेश उत्पादन।

हिमाचल प्रदेश मे दवा बनाने वाली कोंपनियों ने अति आवश्यक दवाओं के साथ-साथ ऑक्सीजन कंसट्रेटर जेसे उपरण, ऑक्सीजन सिलेंडर जिनकी बहुत कमी हो रही हे, प्लस ऑक्सीमीटर, व सेनेटाइजर सहित अन्य स्वास्थ्य सामग्री भी हिमाचल प्रदेश सरकार को सहयोग के रूप में प्रदान की जा रही है, जिस के कारण पूरे हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित रोगियों के इलाज़ में अच्छा सुधार हुआ है। कोरोना संक्रामण के उपचार के लिए प्रयोग की जा रही पैरासिटामोल, एजिथरोमाइसीन, हाइड्रोक्लोरोकवीन, फैवीपिराविर व रेमेडिसविर जैसी महत्त्वपूर्ण दवाएँ तथा इंजेक्शन का भारी मात्र में हिमाचल प्रदेश मे उत्पादन कर रही कंपनियाँ इनकी देश भर में भी आपूर्ति सुनिश्चित कर रही हैं।

हिमाचल प्रदेश पहला राज्य जहाँ दवा की एक बूद भी ज़ाया नहीं हुई ।

हिमाचल प्रदेश देश में पहला एक ऐसा राज्य है, जहाँ कोरोना संक्रामण की दवा की एक बूद भी ज़ाया नहीं हुई है। प्रदेश के नागरिकों को करीब 22.52 लाख टीके लगाए गए है तथा इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया को ओर 72 लाख वैक्सीन बनाने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों, नर्सों, पैरामेडिकल कर्मियों, सफ़ाई कर्मचारियों जैसे कोरोना वॉरियर का ओर उनकी सेवाओं के लिए आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने इस स्थिति को संभालने में हिमाचल प्रदेश सरकार को जो सहायता प्रदान करने के लिए तथा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक ओर अन्य संगठनों की भी तारीफ की। विशेषकर कोरोना संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए मंडी, परौर तथा सोलन स्थित परिसरों में करीब 700 अतिरिक्त बिस्तर क्षमता व्यवस्था करने के लिए राधा स्वामी सतसंग ब्यास का आभार व्यक्त किया।

बाकी राज्यो की तरहा ही हिमाचल मे भी संक्रामण द्वारा मृत्यू की संख्या बरकरार।

हिमाचल राज्य में अब तक मृत्यू होने वाला आंकड़ा इस प्रकार हे चंबा ज़िला में 3, ऊना में 4, सोलन में 7, हमीरपुर में 9, मंडी में 6, कुल्लू में 2, शिमला में 4, कांगड़ा में सत्रह और सिरमौर में 3 हैं। राज्य में संक्रमण से मृत्यू वाले रोगियों की संख्या 2 हज़ार 693 पहुँच गई है। सबसे मृत्यू कांगड़ा ज़िला में हुई हैं। इसके अलावा शनिवार को सबसे अधिक रोगी भी कांगड़ा में पाये गए हैं और संक्रमित ठीक भी यहीं पर अधिक हुए हैं। ज़िला कांगड़ा में अब तक 1 हज़ार 815 संक्रमित रोगी ठीक हो चुके है। राज्य में शनिवार को 5 हज़ार 17 संक्रमित रोगी ठीक हुए। 2 हज़ार 341 नए प्रकरण प्राप्त हुए हैं। हिमाचल प्रदेश से प्राप्त अभी तक के समाचारों के अनुसार राज्य में 1 लाख 77 हज़ार 725 नागरिक संक्रमित हो चुके हैं। इनमे से 1 लाख 46 हज़ार 219 ठीक हो चुके है। अब प्रतिदिन संक्रमित रोगियो के ठीक होने की संख्या बढ्ने के समाचार प्राप्त हो रह हें।

होम आइसोलेशन किट प्रदान किए गए । 

हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा शनिवार को शिमला में (होम आइसोलेशन) अपने घर मे रेह कर इलाज करवाने रोगियों के लिए तीन सेवाओं को शुरू किया हे। होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित रोगियों के लिए होम आइसोलेशन किट प्रदान किए गए हे,  इन होम आइसोलेशन किट के करीब 11 वाहनों को हिमाचल प्रदेश राज्य से हरी झंडी दी गई। मुख्य मंत्री द्वारा ऑनलाइन परामर्श ओर उपचार के लिए बिलासपुर स्थित एम्स के साथ लोगों को जोड़ने के लिए हिमाचल प्रदेश  कोविड केयर एप्लीकेशन तथा ई-संजीवनी ओपीडी का भी शुभारंभ किया हे । मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने पत्रकारों को जानकारी दी कि यह किट संबंधित विधायकों द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे। 

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