दिल्ली कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की तेयारी टास्क फोर्स गठित ।

दिल्ली कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की तेयारी टास्क फोर्स गठित ।
दिल्ली मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल 

दिल्ली मे कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से नागरिकों विशेषकर बच्चो को ध्यान मे रखकर इससे बचाव के लिए तेयारी ज़ोर-शोर से चल रही हे । इसके लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया हे, ओर इस टास्क फोर्स ने कार्य भी करना शुरू किया हे । यह टास्क फोर्स खाका तेयार करने मे लगी हुई हे की यदि भविष्य मे तीसरी लहर ने बच्चों को संक्रमित करने की कोशिश की तो इसके लिए कितने आई सी यू बेड या ऑक्सीजन बेड की आवश्यकता होगी । बच्चों को तीसरी लहर के संक्रमण से बचाने के लिए किन ओर किस प्रकार के उपकरण पहले से ही तेयार रक्खे जाए ।     

दिल्ली मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकारों को जानकारी दी कि इस बार कोरोना की पीक में 28,000  प्रकरण प्रतिदिन पाये गए थे। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना संक्रमण की अगली पीक में 37,000 प्रकरण मानकर तैयारी शुरू की जा रही है । ऐसा भी नहीं है कि दिल्ली मे यदि 37,000  से अधिक प्रकरण आने पर हमारी तैयारी नहीं होगी। हमने 37 हज़ार की संख्या को एक आधार मानकर योजना बनाई है ओर हमने इसके अनुसार तैयारी भी कर ली तो यदि इससे भी अधिक प्रकरण आएंगे तो भी हम कोरोना संक्रमण महामारी से नागरिकों का बचाव सकेंगे।

  • राज्य दिल्ली मे भविष्य के लिए ऑक्सीजन स्टोरेज की क्षमता बढ़ाने पर कार्य चल रहा हे । 
  • कुछ विशेषज्ञों ने दिल्ली मे तीसरी लहर आने के संकेत दिये हे । 
  • तीसरी लहर के बीच बच्चो की सहायता के दिल्ली के अस्पतालों मे नए बिस्तर तेयार किए जा रहे हे । 
  • दिल्ली सरकार ने दो आवश्यक निर्णय लिए हे । 
  • दिल्ली के निजी अस्पतालों को भी तेयारी के आदेश जारी कर दिए गए हैं । 
  • दिल्ली के बड़े ओर प्रसिद्ध अस्पतालों को नए प्रकरण की जांच के लिए आधुनिक उपकरणो को विकसित करने के लिए भी निर्देश दिये गए हे । 

राज्य दिल्ली मे भविष्य के लिए ऑक्सीजन स्टोरेज की क्षमता बढ़ाने पर कार्य चल रहा हे । 

दिल्ली सरकार के अनुसार दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर के बीच एक अनुमान के अनुसार करीब 37,000 नए कोरोना रोगी प्रतिदिन सामने आ सकते हैं। 37,000 कोरोना संक्रमित रोगी प्रतिदिन के हिसाब से दिल्ली सरकार को रोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगली लहर से मुकाबले के लिए 400 टन से अधिक ऑक्सीजन स्टोरेज की क्षमता तैयार करने की दिशा मे कार्य चल रहा हे । दिल्ली मे सिथित इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड से इस विषय पर बात चीत की जा चुकी है और इस कंपनी को 150 टन ऑक्सीजन उत्पादन करने के लिए ओर एक प्लांट लगाने के बताया गया है। इस संबंध मे कंपनी द्वारा दिल्ली सरकार से 18 महीने का समय मांगा है।

कुछ विशेषज्ञों ने दिल्ली मे तीसरी लहर आने के संकेत दिये हे । 

दिल्ली राज्य के लिए करीब 25 नए ऑक्सीजन टैंकर खरीदे जाने पर सहमति बन चुकी हे । करीब 64 ऑक्सीजन के छोटे-छोटे प्लांट लगाए जाने के भी समाचार प्राप्त हुए हैं। अगले दो माह के अंदर अंदर यह सभी ऑक्सीजन प्लांट लगा लिए जाने की योजना पर काम चल रहा हे । कुछ विशेषज्ञों ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की बात बताई है। आई आई टी दिल्ली के विशेषज्ञों ने भी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के सम्बंध में एक रिपोर्ट तैयार की है। इसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़े स्तर पर ऑक्सीजन भंडारण उत्पादन एवं वितरण की व्यवस्थाएँ शुरू करने का निर्णय किया है। दिल्ली के अस्पतालों में बच्चों को संक्रमण बचाने के लिए बेड की संख्या भी बढ़ाने का निर्णय भी लिया जा चुका है।

तीसरी लहर के बीच बच्चो की सहायता के दिल्ली के अस्पतालों मे नए बिस्तर तेयार किए जा रहे हे ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हमें यह तय करना है कि हमें कितने आईसीयू की ज़रूरत पड़ेगी, कितने बेड की आवश्यकता पड़ेगी, कितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ेगी। बच्चों के लिए कितने बिस्तर की आवश्यकता होगी । इन सारी वस्तुओं का अनुमान भी लगाया जा रहा है। दिल्ली सरकार दूसरी ओर ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकताओं पर भी ध्यान रख रही है। पिछले ही दिनों दिल्ली राज्य सरकार ने विदेशों से करीब 6 हज़ार ऑक्सीजन सिलेंडर आयात किए हैं।

दिल्ली सरकार ने दो आवश्यक निर्णय लिए हे । 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकारों को बताया कि हम दिल्ली को तीसरी लहर से केसी बचाव करें इस पर  पूर्ण कार्यरत हे, इसी के अनुसार हमारी सरकार ने दो निर्णय लिए हे । पहला निर्णय भविषय मे कभी दुबारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कमी न हो, हम भरी मात्रा मे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की योजना बना चुके हें । दूसरा निर्णय यह लिया की सोश्ल मीडिया के ग्रुप का निर्माण कर यह पता लगाया जाए की कोन सी दवाई अधिक अच्छी ओर प्रभाव शाली हे उस दवाई की व्यवस्था ओर भंडारण तीसरी लहर से पहले कर लिया जाए । विशेष्यज्ञयो की सहायता लेकर कार्य शुरू कर दिया गया हे ।  

दिल्ली कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की तेयारी टास्क फोर्स गठित ।
दिल्ली उप मुख्यमंत्री श्री मनीष सीसोदिया 


दिल्ली के निजी अस्पतालों को भी तेयारी के आदेश जारी कर दिए गए हैं । 

दिल्ली मे सोश्ल मीडिया द्वारा या अन्य मीडिया के माध्यमों से जिस दवाई की जानकारी अधिक मात्रा मे सार्वजनिक की जा रही है और उस दवाई से कोई लाभ नहीं है तो इसके लिए जनता को जागरूक किया जाएगा कि इस दवाई के पीछे भागना दोड्ना बंद किया जाए । जो ओर आवश्यक दवाएँ हैं उनकी सूची बना ली गई है। इन सभी दवाइयों की जितनी भी आवश्यकता होगी उतनी दवाओं का भरी मात्रा मे भंडार बनाया जा रहा हे । दिल्ली के निजी अस्पतालों को भी आदेश जारी कर दिए गए हैं कि वह सब भी अपने अपने निजी अस्पतालों में इस प्रकार के दवाइयों का भंडारण तेयार कर इस संक्रामण की महामारी से बचाव के लिए तेयार रहें ।

दिल्ली के बड़े ओर प्रसिद्ध अस्पतालों को नए प्रकरण की जांच के लिए आधुनिक उपकरणो को विकसित करने के लिए भी निर्देश दिये गए हे । 

दिल्ली सरकार ने इसके साथ ही दिल्ली के बड़े ओर प्रसिद्ध अस्पतालों को जांच ओर इलाज की प्रक्रिया मे प्रयोग होने वाले सभी आधुनिक उपकरण प्रयोगशाला ओर लैबोरेट्री बनाने के लिए भी निर्देश दिये है। कोरोना संक्रामण की तीसरी लहर का पता लग सके कि दिल्ली के अंदर जो भी संक्रामण आ रहा है वह कोरोना का कौन-सा वेरीएंट है। इन आधुनिक प्रयोगशालाओं के द्वारा पता लगाया जा सके की यह पुराने वाले कोरोना संक्रमण जेसा है या फिर इसका का कोई परिवर्तित नया रूप है। नया संक्रमण फेलने पर किस-किस प्रकार की सावधानियाँ नागरिकों को रखनी चाहिए, यह सब भी इन प्रयोगशालाओं के माध्यम से पता लगाने की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल  दिया जाने की भी सूचना हे । 

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