पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान सेना के जर्नल बाजवा को आड़े हाथो लिया कहा, पहले पंजाब की रिपोर्ट पढ़ लो फिर करो शांति की बात।

पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान सेना के जर्नल बाजवा को आड़े हाथो लिया कहा,  पहले पंजाब की रिपोर्ट पढ़ लो फिर करो शांति की बात।
पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह

पंजाब के मुख्यमंत्री श्री अमरिंदर सिंह का बयान आया हे की पाकिस्तान इस्लामाबाद से प्रायोजित आतंकवाद दोनों देशो के मध्य सम्बंधों को सामान्य बनाने में सबसे बड़ी बाधा हे। मुख्यमंत्री पंजाब ने  बयान मे आगे बोलते हुए उन्होने कहा की पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को भारत के साथ शांति पर बात करने से पहले पाकिस्तान  प्रायोजित आतंकवाद पर ठोस कार्यवाही करनी चाहिए। केवल बाते करने ओर बयान देने से कुछ नहीं होता जब तक पाकिस्तान मे सेना द्वारा इन आतंकवादी समूहो पर कड़ी कार्यवाही न हो। ग्राउंड मे कार्यवाही दिखाई देनी चाहिए। 

पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के अनुसार दिल्ली ने 1947 से आज तक हर बार शांति कि बात की हे परंतु इस्लामाबाद ने दोनों देशों के बीच हर समय शांति के मार्ग पर रोक ही लगाई है।

  • बातचीत का मतलब नहीं बनता, पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह।
  • पाकिस्तान पंजाब मे रोज़  नई से नई परेशानी पैदा करने का प्रयास करता है।
  • 1964 से आज तक पंजाब की सीमाओं से आने वाली रिपोर्टे एक जेसी। 

बातचीत का मतलब नहीं बनता, पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि, "पाकिस्तान के सेना प्रमुख बाजवा को सर्वप्रथम अपनी सेना कि संस्था आई एस आई को पूरी तरहा सी नियंत्रित मे लेना चाहिए जो अधिकारी उग्रवाद  मे संलिप्त हे उन पर कड़ी कार्यवाही कि जानी चाहिए। जब यह सब कर लिया जाए तो फिर भारत-पाक दोनों देशो के सम्बंधों में स्थिरता के बारे में बात करनी चाहिए। पंजाब मुकयामन्त्री ने यह भी बताया की भारत, पाकिस्तान कि किसी भी बातचीत से पहले यह आवश्यक हे , जब तक आतंकवादी विचार रखने वाले ओर आतंकवादियों कि सहायता करने वालों पर ठोस कार्यवाही नहीं होती कोई बातचीत का मतलब नहीं बनता। पाकितान को यह सब करना ज़रूरी हे ओर यह सब दिखना चाहिए, तब जा कर दोनों देशो के बीच बातचीत का वातवर्ण बनेगा।"

पाकिस्तान पंजाब मे रोज़  नई से नई परेशानी पैदा करने का प्रयास करता है।

पंजाब मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि, "पंजाब ओर पाकिस्तान से लगती सीमाओं पर पाकिस्तान द्वारा भारत में घुसपैठ अभी भी जारी है, भारतीय सैनिक दिन प्रतिदिन सीमाओं पर पाकिस्तानी सेना द्वारा चोरी चुपके ओर घात लगाकर शहीद किए जा रहे हैं। पाकिस्तान द्वारा पंजाब राज्य मे हर दूसरे तीसरे दिन ड्रोन के माध्यम से हथियार और नशे का समान उतारा जा रहा हैं। मेरे राज्य पंजाब में पड़ोसी देश पाकिस्तान रोज़  नई से नई परेशानी पैदा करने का प्रयास करता है। यह सब पहले बंद होना चाहिए, तभी हम भारत सरकार को शांति की बात विचार करना चाहिए।"

1964 से आज तक पंजाब की सीमाओं से आने वाली रिपोर्टे एक जेसी। 

पत्रकारों के प्रशन पूछने पर कि क्या पाकिस्तान पर विश्वास किया जा सकता हे ? तो मुख्य मंत्री पंजाब अमरिंदर सिंह ने उत्तर मे जानकारी देते हुए कहा कि मे आपको अपना अनुभव बताता हूँ वर्ष 1964 मे पश्चिमी कमांड में जीओसी-इन-सी का एडीसी था। "हम पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान द्वारा कि जाने वाली गोलीबारी और पाकीस्तान अपनी सीमाओं कि ओर से प्रतिदिन क्या समस्या पैदा करता हे की इसकी दैनिक रिपोर्ट प्राप्त किया करते थे, ओर यदि आज भी जब हमे पंजाब की  रिपोर्ट मिलती हे यह भी बिलकुल वेसि हे अर्थात पाकिस्तान कि ओर से सीमाओं पर कोई नियंत्रण नहीं हे। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ